बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान और रहम करने वाला है।
Ghusal Ka Tarika – गुसल करने का तरीका | इस्लाम में सफाई और तज़कीयाह
इस लेख में, हम आपको Ghusal Ka Tarika(गुसल करने का तरीका)गुसल करने का सही तरीका बताएंगे। जानिए, गुसल का ज्ञान, क़ुरान और हदीस के हवाले से, और अपनी ज़िन्दगी को सफाई और तज़कीयाह से रोशन करें।”
घुसल क्या है?
ग़ुसल इस्लाम में तहारत और रुहानी सफाई का एक अहम हिस्सा है, जिसे अपनाने से इंसान न सिर्फ बाहरी तौर पर पाक रहता है, बल्कि रुहानी तौर पर भी पाकीज़ा हो जाता है।
इस्लाम में गुसल करने का तरीका एक पाकीजा होने की तरह है, यानी की नापाक इंसान को पाक होना हो तो उसे घुसल करना जरूरी होता है। और नहाने के तरीके को घुसल कहा जाता है।
कुरान में ग़ुसल का हुक्म
अल्लाह तआला फ़रमाते हैं
Quran: और यदि तुम जनाबत (नापाकी) की हालत में हो, तो अच्छे तरीके से ग़ुसल कर लो।
📖 (सूरह अल-मायदा 5:6)
घुसल करना क्यों जरूरी है?
घुसल करने से हम शैतान और जिन्नो से महफूज रहते है। क्युकी अल्लाह ने इस दुनिया में बहुत सी मखलूक को पैदा किया है, इसलिए हम उसकी हिफाजत के लिए भी घुसल किया करते है और घुसल करे बिना हमारी नमाज कबूल नही है। तो हम चाहिए की हम पाक साफ रहे।
घुसल कब करना पड़ता है?
इस्लाम में हर जुम्मे के दिन घुसल करना वाजिब यानी की जरूरी होता है, लेकिन आपको बता दे की जब इंसान की मनी निकल जाए यह हमबिस्त्री करते समय थोड़ा भी कुछ हो जाए तो तब भी घुसल करना वाजिब हो जाता है।
घुसल करने के क्या फायदे है?
घुसल करने से हम पाक रहते है, जिसके करन अल्लाह हमारी हिफाजत करता है। और अगर इस हालत में मौत आ जाए तो हम पाकी की हालत में अल्लाह के सामने हाजिर होंगे।
Ghusal Ka Tarika – गुसल करने का तरीका क्या है।
Hadees: हसरत मैमोना रजी अल्लाहु अन्हू बयान करती है की मैने नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के लिए घुसल का पानी रखा और एक कपड़े से पर्दा कर दिया फिर आपने इस तरह Ghusal Ka Tarika Hindi है।
Ghusal Ka Tarika – ग़ुस्ल करने का तरीका
1. अपने दोनो हाथो को अच्छे से धो लिया।
2. फिर दाए हाथ से बाए हाथ पर पानी लिया और अपनी शर्मघा को धो लिया।
3. फिर हाथो को जमीन में मारा और हाथो को धो लिया।
4 . फिर वज़ू की तरह वज़ू बनाया बस पैरो को छोड़ दिया।
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5. फिर सर पर पानी डाला और फिर तमाम बदन पर पानी डाला।
6. फिर घुसल की जगह से हट कर पैर धोए।
7. फिर मैने आपको कपड़ा देना चाहा मगर आपने नही लिया और अपने हाथो से पानी पोंछ लिया।
नोट – इस तरह नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का Ghusal Ka Tarika In Hindi रहा।
(सही बुखारी – 276)
Ghusal Ke Faraiz Kitne Hain – गुस्ल के कितने फर्ज है
हजरत अली रजी अल्लाहु अन्हू बयान करते की जब आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम से Ghusal Ka Tarika(गुसल करने का तरीका)के तालुक से पूछा गया तो आपने फरमाया शरमगहा को धो और वुजू कर यही काफी है।
(सही बुखारी – 269)
नोट – मालूम हुआ की Ghusal Ka Tarika यह भी है। जिसे फजाइल कहा जाता है।
Point – 1 | कुल्ली करना | यह नही की आप बस मुंह में पानी डाले बल्कि आप अच्छे से मुंह को साफ करे। |
Point – 2 | नाक साफ करना | नाक को इस तरह साफ करे की नाक में हर जगह पानी जाए और हर चीज साफ हो जाए। |
Point – 3 | तमाम बदन पर पानी डालना | अपने हर जगह को गीला करना और अच्छी तरह से नहाना। |
नोट – यह थे घुसल करने के फजाइल अमाल जो हर एक शक्श पर फर्ज है, अगर वो यह नही करता तो उसने नमाज नही होती है।
नमाज का तरीका”, “Quran और हदीस”, “Step by Step
असल में जो Ghusal Karne Ka Sunnat Tarika का है। जो नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम किया करते थे
Point – 1 | घुसल की नियत करना |
Point – 2 | फिर हाथ दोना |
Point – 3 | फिर शरमगा को धोना और जहा जहा गंदगी हो वहा से धोना |
Point – 4 | फिर हाथ दोना |
Point – 5 | फिर वुजू की तरह वुजू करना बस पैर मत दोना |
Point – 6 | फिर दाए कंधे पर पानी डाले |
Point – 7 | फिर बाए कंधे पर पानी डाले |
Point – 8 | फिर सर पर पानी डाले और मसाहा करे |
Point – 9 | फिर तमाम बदन पर पानी डाले |
Point – 10 | फिर अपनी जगह से हट कर जहा पानी जमा ना हो वहा पैर धो ले |
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