Namaz Kyun Zaroori Hai – मुसलमानों को 5 बार नमाज क्यों पढ़नी चाहिए?
शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान और रहम करने वाला है
आज हम बात करने वाले है Namaz Kyun Zaroori Hai क्यों मुसलमानो पर रोजे फर्ज किए गए है जानने के लिए यह आर्टिकल को पूरा पड़े।
Namaz Kyun Zaroori Hai
नोट – कुछ लोगो के सवाल होते है की 5 वक्त नमाज फर्ज क्यों की गई Namaz Padhna Kyun Zaroori Hai हमे काम भी होते है पैसा कमाना भी जरूरी होता है तो हम टाइम कैसे निकले अगर हम नमाज पड़ने लगे तो काम कब करे नमाज के टाइम हमारे गिराक आते है तो कैसे आए अगर हम नमाज पड़ेंगे तो बॉस हम हटा देगा गैर मुस्लिम के भी सवाल होते है की मुसलमानों को 5 बार नमाज क्यों पढ़नी चाहिए? क्यों अल्लाह ने तुमें नमाज का हुकुम देकर तूमे मुस्किल में डाल रखा है और Namaz Na Padhne Ka Azab भी देगा तो चलिए इन सब बातो का हम जायजा लेंगे
1. दुनिया में बुरे काम से रोकना – Namaz Kyun Zaroori Hai
नोट – आज हम दुनिया में देखते है की जो बुरे काम करता है उसे लोग परेशान रहते है चाहे वो कैसा भी be-hayai का काम हो उसे कुछ न कुछ नुकसान भी उठाना पड़ता है लोग बुरे काम क्यों करते हैं? तो अल्लाह ताला ने तो हम नमाज पड़ने का हुकुम इसलिए दिया ताकि तुम बुराई से रुक जाओ
कुरान – और नमाज कायम करो यकीनन नमाज बुराई और be-hayai से रोकती है
(अल अंकाबूत 39:45)
फायदे – आज के ज़माने में जो be-hayai होती है वो कोई भी हो चाहे मुस्लिम हो या गैर मुस्लिम हो सब करते है मगर जो ईमान वाला होता है जो नमाज पड़ा करता है कभी उसको देखना वो ऐसा कामों से रुका रहता है और उनसे पूछना Namaz Kyun Zaroori Hai वो आपको सब बता देगा
2. नमाज के 5 वक्त का शुक्र करना – 5 Waqt Ki Namaz Ke Fayde
नोट – आज हम देखते है की शुभे होती है तो जब रोशनी निकलती है हल्की सी वो मौसम को भी देखते है फिर दिन हो जाता है तब मौसम बदल सा जाता है सूरज बीच में आ जाता है फिर जब हल्की सी तंडाई होने लगती है सूरज हल्का हो जाता है और फिर शाम होती है तब सूरज डूबने लगता है फिर रात हो जाती है जैसा कि आप इस इमेज में देख सकते है
फायदे – हमे जो नमाज 5 वक्त की दी गई है वो इसलिए भी दी गई ताकि तुम इन मोस्मो का शुक्र अल्लाह से करो जिसने ये बेहतरीन बनाया और नमाज का टाइम भी सूरज के अनुसार यानि के ये मौसम को देखते होए बदलता रहता है और नबी सल्लाहू अलैहि वसल्लम ने तो ये भी फरमाया है
हदीस – मेरे बाद तुम पर ऐसे लोग हुकुमरान होंगे जो तुम्हे नमाज के वक्त की अदायगी से रोक देंगे मगर तुम वक्त पर नमाज पड़ना
(अबू दाऊद 433)
नोट – वक्त पर नमाज पड़ना इसलिए भी जरूरी है की जब ये मौसम बदलता है तब तुम भी इसके अनुसार ही नमाज पड़ा करो ताकि तुम सुकर गुजार बनो
3. नमाज से जिस्मानी फायदे है – Nawaz Ke Fayde
नोट – हमारा जो Brain है उसमे cerebrum होता है और cerebrum में postcantrel gyrus होता है वो जो काम करता है वही नमाज में होता है आप इस वीडियो में देख सकते है
फायदे – इस वीडियो में कुछ Point बताए गए है जिसे डॉक्टर Postcentral Gyrus कहते है जैसे हमारा शरीर मोमेंट में आता है और खून की धारा हर जगह जाति है जो योगा करने में भी काम आता है
4. नमाज से सुकून मिलता है – namaz mein sukoon hai
जो लोग ईमान लाए उनके दिल अल्लाह के जीकर से इत्मीनान हासिल करते है याद रखो अल्लाह ही के जीकर से दिलो की तसल्ली हासिल होती है
(सुरह राड़ 13:28)
5. नमाज तो लोगो से रिश्ते जोड़ती है
जम्मात के साथ नमाज अकेले नमाज पड़ने से 27 दर्जा फजीलत रखती है
(सही बुखारी 645)
नोट – अल्लाह ने तो नमाज को जम्मात के साथ पड़ने का हुकुम बेजा ताकि तुम मोहोबत से एक साथ रहो
6. नमाज के फायदे #1
हदीस – प्यारे नबी सल्लालाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया अल्लाह ताला तो नमाज के जरिए गुनाओ को मिटा देता है
(सही बुखारी – 528)
नोट – आज जो हमसे गुना होते रहते है उसकी सजा से बचने के लिए ही तो अल्लाह ने हमे नमाज की तोफिक आता फरमाई ताकि हम अल्लाह के सुकर गुजार बने
फायदे – आज जो नमाज पड़ते है उनसे पूछा करो वो बस एक ही जवाब देते हैं नमाज से तो सुकून मिलता है क्युकी हम उस रब के सामने अपने गुणाओ की माफी मागने का मौका नमाज में मिलता है
7. नमाज के फायदे #2
हदीस – हमारे प्यार नबी मोहमादु रसुल्लुला सल्लाहू अलैहि वसल्लम फरमाते है की अल्लाह का फरमान है मैने तुम लोगो पर 5 वक्त की नमाज फर्ज की है और में इस बात की जमानत देता हूं की जो इसे हमेशा अपने वक्त पर अदा करेगा में उसे जन्नत में दाखिल करूंगा और जो इसे हमेशा ना पड़ेगा उसके लिए मेरी कोई जमानत नहीं
(अबू दाऊद 428)
नोट – अल्लाह तो इतना मेहरबान है जिसने हम पर इतना रहम करा की नमाज पड़ने के जरिए हमारी जन्नत में जाने का जिम्मा लिया है अल्लाह तो जो चाहता है वो होता है
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8. नमाज के फायदे #3
हदीस – कयामत के दिन बंदे से सबसे पहले उसकी नमाज का हिसाब होगा अगर वो ठीक रही तो उसके सारे आमाल ठीक होंगे अगर वो खराब निकली तो उसके सारे आमाल खराब हो करेंगे
(सही अल जमी – 2573)
नोट – और कयामत के दिन सबसे पहले नमाज का ही हिसाब होगा तो हमने जान ही लिया है की namaz kyun zaroori hai मुसलमानों को 5 बार नमाज क्यों पढ़नी चाहिए?
Conclusion
आज हमने इस आर्टिकल में जाना की Namaz Kyun Zaroori Hai क्यों मुसलमानो पर नमाज फर्ज की गई है।
अल्लाह हमे नेक अमल करने की तोफिक आता फरमाए आमीन।
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