Haq Pe Hone Ke Bawjood

बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रही

शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान और रहम करने वाला है।

आज हम बात करेंगे की Haq Pe Hone Ke Bawjood अगर कोई लड़ना छोड़ दे तो उसका क्या इनाम है।

Haq Pe Hone Ke Bawjood

Haq Pe Hone Ke Bawjood

Aaj Ki Hadees

Hadees In English

Me Us Shakhs Ko Jannat Ka Adna Darje Me Ek Gher Ki Zamanat Deta Hoon Jo Haq Per Hone Ke Bawjood Jhagda Chord De

Hadees In Hindi

में उस शक्श को जन्नत का अदना दर्जे में एक घर की जमानत देता हूं जो हक पर होने के बावजूद झगड़ा छोड़ दे।

नोट – मालूम हुआ की अगर तुम हक पर हो लेकिन वहा बात नही बन पाए तो बात को छोड़ देना चाहिए

(Sunan Abu Daud – 4800)

1. आज कल लोग आपस में लड़ा करते है एक दूसरे को गली देते है और जब यह फैसला कोर्ट तक पॉच जाता है तब भी कभी किसी के भी हाथ में चला जाता है तो हमे चाहिए की हम लड़े नही अगर अल्लाह ने चाहा तो वो हमे बिना लड़े हासिल हो जायेगा अगर हम हक पर है तो नही तो जन्नत में हमारे लिए बड़ा मर्तबा है।

2. ऐसी लड़ाई रिसतो में जायदा होती है अगर हम ईमान वाले है तो इस हदीस को देखे और अगर बात जायदा बड़े तो हक को छोड़ दिया करे क्युकी हमे रिस्ते नही तोड़ना है।

3. अल्लाह ही वो जात है जिसने हमे मां बाप बहन भाई चाचा मामा नाना जैसे रिश्ते दिए है जिसे हमे निबाना चाहिए ताकि अल्लाह भी हमेशे खुश रहे और रिश्ते दार भी हमसे खुश रहे यानी की दुनिया में भी कामियाब और आखीरत में भी कामियाब।

Conclusion

आज हमने जाना की Haq Pe Hone Ke Bawjood अगर हम झगड़ा छोड़ दे तो जन्नत में उसका बहुत बड़ा मर्तबा है।

अल्लाह हमे नेक अमल करने की तोफिक आता फरमाए आमीन।

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