Ramadan Mubarak – 01

बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रही

शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान और रहम करने वाला है।

आज Ramadan Mubarak का 1 दिन है। और अल्लाह रब्बुल आलमिन बड़ा मेहरबान है। जिसने हमें यह दिन आता फरमाए है।

Ramadan Mubarak – 1

Ramadan Mubarak - 01

Hadees In English

Aye Imaan Lane Wale Momino Tum Per Roze Farz Kiye Gaye Hai Jis Tarah Tumse Pehle Logo Per Farz Kiye Gaye The Taki Tumare Ander Taqwa (Allah Ka Dar) Paida Ho

Hadees In Hindi

ए ईमान लाने वाले मोमिनों तुम पर रोजे फर्ज किए गए है जिस तरह तुमसे पहले लोगो पर फर्ज किए गए थे ताकि तुम्हारे अंदर तकवा (अल्लाह का दर) पैदा हो।

नोट – मालूम हुआ की रमजान रखना अनिवार्य है और यह पहले के लोगो पर भी अनिवार्य थे और रमजान के रोजे रखने का मकसद है अल्लाह का दर पैदा करना।

(Surah Al Baqrah 2:183)

1. आपको बता दे की पहले की उम्मत पर रोज फर्ज तो थे मगर 1 महीने के नही था इसलिए आखिरी उम्मत यानी की हमे अफजल कहा गया है।

2. रमजान का महीना इसलिए आता है ताकि हम सही रास्ते पर आ जाए और अल्लाह का दर अगर हम में पैदा हो गया तो वो हम बुरे काम करना ही छोड़ देंगे।

3. मगर आज के ज़माने में लोगो को समझ नही आता है बस रमजान के महीने में रोजा रखते है और नमाज पढ़ते है मगर अल्लाह का दर पैदा नहीं कर पाते है और वापस वही आकार खड़े हो जाते है ना नमाज पढ़ते है और ना ही रोजा रखा करते है।

रोजा रखने का सही तरीका

Conclusion

आज हमने Ramadan Mubarak के 14 दिन में जाना की अल्लाह ने हमारे लिए तोबा के दरवाजे खोल रखे है हमे चाहिए की हम अमल करे।

अल्लाह हमे नेक अमल करने की तोफिक आता फरमाए। और हम जब तक जिंदा रखे ईमान पर जिंदा रखे।

आमीन

Learn More

Ramadan Mubarak Index

4 thoughts on “Ramadan Mubarak – 01”

Leave a Comment