Ramadan Mubarak- 02

बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रही

शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान और रहम करने वाला है।

आज Ramadan Mubarak का 2 दिन है। और अल्लाह रब्बुल आलमिन बड़ा मेहरबान है। जिसने हमें यह दिन आता फरमाए है।

Ramadan Mubarak – 2

Hadees In English

Agar Koi Shaks Roze Ki Halat Me Jhut Bole Dhoka De Aur Jahilo Jaisi Baat Kare To Allah Ko Uski Koi Jarurat Nahi Ki Vo Apna Khana Pina Chord De

Hadees In Hindi

अगर कोई शक्श रोजे की हालत में झूट बोले धोका दे और जाहिलो जैसी बात करे तो अल्लाह को उसकी कोई जरूरत नही की वो अपना खाना पीना छोड़ दे।

नोट – मालूम हुआ की रोजे रखना यह नही की तुम बस भूखे रहो बल्कि यह भी है की तुम्हारे हाथ कान मुंह नाक का भी रोजा होना चाहिए तब हो रोजे का पूरा सवाब मिलने वाला है।

(Sahih Bukhari 6057,1903)

1. आज कल दुनिया में लोग रोजा तो रख लेते है मगर रोजा रख कर अल्लाह रब्बुल आलमिन का दर नही रखते है और बुरे कामों को नही छोड़ते है हालाकि रोजा रखने का मकसद ही अल्लाह रब्बुल आलमिन का दर पैदा करना है जैसा की आप इस आर्टिकल में देख सकते है।

Ramadan Mubarak – 01

2. रोजा रखने के बहुत से फायदे भी है अगर तुम समझो तो क्युकी यह साइंस ने भी साबित करा है और अल्लाह रब्बुल आलमिन ने तो हमे नेक अमल करने की लिए ही भेजा है लेकिन हम दुनिया की जिंदगी को तर्जी देने लगे है।

3. हमे चाहिए की हम रोजा रख कर अल्लाह रब्बुल आलमिन को याद करे और कुरान पड़े बेशक कुरान ही वो किताब है जो हमे अल्लाह रब्बुल आलमिन के करीब करती है।

Conclusion

आज हमने Ramadan Mubarak के 2 दिन में जाना की अल्लाह ने हमारे लिए तोबा के दरवाजे खोल रखे है हमे चाहिए की हम अमल करे।

अल्लाह हमे नेक अमल करने की तोफिक आता फरमाए। और हम जब तक जिंदा रखे ईमान पर जिंदा रखे।

आमीन

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