Darood E Ibrahimi In Hindi – दुरूद ए इब्राहिम
शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान और रहम करने वाला है।
आज इस आर्टिकल में बात करने वाले है हम Darood E Ibrahimi In Hindi के बारे में और जानेंगे हमे कब कब पड़ना चाहिए।
Darood E Ibrahimi In Hindi
1. यह दुआ हमे हर नमाज में पड़ना पड़ती है इसलिए हमे यह दुआ याद होना चाहिए।
2. जब भी नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का नाम आए तो हमे चाहिए की दरूद भेजे क्युकी जो नही भेजता उस पर लानत है।
3. Darood E Ibrahimi पड़ने के बहुत से फायदे है और हमे जायदा से जायदा पड़ना चाहिए खास कर जुम्मे के दिन में पड़ना चाहिए।
Darood E Ibrahimi In Arabic – दरूदे इब्राहिम अरबी में
“अल्लाहुम्मा सल्ले अला मुहम्मदिन व अला आलि
मुहम्मदिन कमा सललेता अला इब्राहिम व अला आलि
इब्राहिम इन्नका हमीदुम मजीद अल्लाहुम्मा बारिक अला
मुहम्मदिन व अला आलि मुहम्मदिन कमा बारकता अला
इब्राहिम व अला आलि इब्राहिम इन्नक हमीदुम मजीद.”
दरूद ए इब्राहम इन इंग्लिश – darood e ibrahimi in english
“Allahumma Salle Ala Muhammadin Wa Ala Ali
Muhammad Kama Salleta Ala Ibrahim Wa Ala
Ali Ibrahim Innaka Hamidum Majeed
Allahumma Barik Ala Muhammadin wa ala ali
muhammad kama barakata ala Ibrahim wa Ala
Ali Ibrahim Innak Hamidum Majeed..”
Darood E Ibrahimi In Hindi – दरूदे इब्राहिम हिंदी में
“ऐ अल्लाह, मुहम्मद पर और मुहम्मद के आल (खानदान) पर
अपना फज़ल व करम फरमा, जैसा कि आपने इब्राहिम पर
और इब्राहिम के आल (खानदान) पर अपना फज़ल व करम
फरमाया, बेशक आप काबिले तारीफ हैं, सबसे शानदार हैं। ऐ
अल्लाह, मुहम्मद पर और मुहम्मद के आल (खानदान) पर
बरकत नाजिल फरमा जैसा कि आपने इब्राहिम और इब्राहिम
के आल (खानदान) पर बरकत नाजिल फरमाई, बेशक आप
काबिले तारीफ हैं, सबसे शानदार हैं”
Conclusion
आज हमने इस आर्टिकल में जाना Darood E Ibrahimi In Hindi के बारे में जो हर मुसलमान को याद होना चहिए।
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