Seerat Un Nabi In Hindi – Part 4 : वही की शुरवात और अल्लाह का हुकुम

Seerat Un Nabi In Hindi

अरबों को तो यह हाल था की वो सिर्क में मुतला हो चुके थे। जैसा की हमने आपको पिछले Seerat Un Nabi In Hindi – Part 3 में बताया अब हम आपको नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के जीकर करने वाले है।

तन्हाई में होने का फायदा

हालाकि आप जब तन्हाई में होते तो यह सोचा करते थे। की जिंदगी क्या है ये चांद सितारे और जितनी भी चीज है क्यों बनी और किसने बनाई हमारा मकसद क्या है।

और यही सोच लेकर आप गारे हीरा में इबादत किया करते थे। और सबको खाने पीने की चीज़े भी दिया करते थे। और आप बस भलाई ही किया करते थे।

फरिश्ते का नाजिल होना और पहली वही

फिर एक दिन आप गारे हीरा में ही थे। तो जिब्राइल अलेह सलाम तारीफ लाए हालाकि आपको बता दे की जिब्राइल अलेह सलाम एक फरिश्ते है।

फिर जब जिब्राइल अलेह सलाम ने आपके सामने आकर कहा पढ़िए आपने कहा में पड़ा हुआ नही हूं फिर जिब्राइल ने आपको बहुत जोर से दबोचा और कहा पढ़िए आपने फिर कहा में पड़ा हुआ नही हूं फिर आपको वापस दबोचा और कहा पड़िए आपने फिर कहा में पड़ा हुआ नही हूं तो फरिश्ते ने आपको फिर दबोचा इसी तरफ 3 बार ऐसा हुआ।

हालाकि आपको बता दे की नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम अनपढ़ थे उनको पड़ना नही आता था।

फिर जब आपको तीसरी दफा दबोच कर छोड़ा तो कहा पड़ अपने इस पर्वदीगार के नाम से जिसने तुझे पैदा किया और पड़ उस पर्वदीगार के नाम से जिसने कलम के जरिए वह बात सिखाई जो वह जानता ना था।

आपको बता दे की जब पहली वही आई थी जब आपको वो दिखा के कहा गया था पदों मगर आपने कहा था मुझे पड़ना नही आता तब आपको वो जिब्राइल अलेह सलाम ने पड़कर सुनाया था जिसको आपने याद कर लिया था।

वही की केहफियत

फिर जब जिब्राइल अलेह सलाम चले गए तो आप घबराते होए खदीजा रजी अल्लाहु अन्हू के पास आए और कहा मुझे चादर उड़ा दो मुझे चादर उड़ा दो यहां तक की आपको चादर उड़ा दी जिसे आपका दर जाने लगा।

फिर आपने यह वाकिया खदीजा रजी अल्लाहु अन्हू को बताया और फरमाया की मुझे जान का दर है। तब खजीदा रजी अल्लाहु अन्हू ने कहा अल्लाह की कसम ऐसा हरगिज नहीं हो सकता अल्लाह आपको कभी रुसवा नही करेगा क्युकी आप तो इतने अच्छे अच्छे काम करते है।

आपको Waraqah ibn Nawfal के पास ले जाया गया

फिर आप सल्लालाहु अलैहि वसल्लम को खदीजा रजी अल्लाहु अन्हू आपको Waraqah ibn Nawfal के पास ले गई। आपको बता दे की वरकाह इब्न नवाफ़ल खजीदा रजी अल्लाहु अन्हू के चाचा है जो जाहिलिय में ईसाई हो गए थे।

फिर जब आप उनके पास ले गए तब यह पूरा वाकिया उनके सामने पेस करा फिर उन्होंने फरमाया यह तो वही फरिस्ता है। जो मूसा अलैहिस्सलाम पर नाजिल हुआ था।

और कहा काश में उस वक्त तक जिंदा होता जब आपकी कॉम आपको निकाल देगी आपने कहा मेरी कॉम निकल देगा कहा हा क्युकी हमेशा से जब भी कोई नबी आता है। तो जाहिलो की नाफरमानी होती है।

वही का रुक जाना

और फरमाया अगर में उस वक्त तक जिंदा रहा जब तुम यह सब निकल देंगे तो में तुम्हारी जरूर मदद करूंगा। लेकिन बादमें इनका इंतकाल हो गया और वही का सिलसिला भी बंद था।

यानी की 1 वही आने के बाद दूसरी वही बहुत समय बाद आई थी तब तक बरखा भी इस दुनिया से जा चुके थे। हालाकि आपको बता दे की वही ना आने की गरज यह थी। की आपको जो खोफ था। वो भी चला जाए आप अच्छे हो जाए और फिर वही की तलब भी हो जाए इसलिए दूसरी वही का सिलसिला रूखा हुआ था।

दूसरी बार फरिश्ते का खोफ

फिर में जब मक्का की तरफ जा रहा था। पहाड़ से उतर रहा था। तब मुझे किसी ने मुकरा तो मैने दाए देखा बाए देखा आगे पीछे देखा मगर कुछ दिखाई ना दिया।

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फिर जब मैंने सिर उठाया तो देखा की जो फरिश्ता मेरे पास यह बात लेकर आया था। वही फरिश्ता आसमान और जमीन के बीच बैठा हुआ था।

यह देख कर में फिर घबरा गया और खदीजा रजी अल्लाहु अन्हू के पास आया और चादर उड़ कर दर से कांपने लगा जैसा की आपके साथ पहले भी हुआ था।

दूसरी वही का आना और आपको दावत का हुकुम

फिर जिब्राइल आले सलाम आए और फरमाया उठ कंबल में से और लोगो को अल्लाह की बड़ाई बयान कर और लोगो को डरा और अपने कपडे पाक रख।

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फिर आप धीरे धीरे चुपके चुपके आप लोगो को दावत देने लगे फिर जब अल्लाह की बड़ाई बयान करते तो सब अपने घर में और पहाड़ों में जाकर नमाज पड़ा करते थे।

आज हमने जाना की कैसे वही की शुरवात होई और कैसे आप को नबी बनाया गया हालाकि आपकी उम्र जब 40 साल थी। अब हम Seerat Un Nabi In Hindi के पार्ट 5 में बात करेंगे आपके और मक्का के दिन की तालीम का क्या सिलसिला था।

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