Seerat Un Nabi In Hindi – Part 3 : अरब का हाल और आपकी तिजारत
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रही
शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान और रहम करने वाला है।
आज Seerat Un Nabi In Hindi के Part 3 हम जानेंगे की कैसे आप तिजारत किया करते थे और आपका अरब में क्या मामला था और आपकी पहली बीवी कोन थी।
Seerat Un Nabi In Hindi – Part 3
नबी करीम सल्लालाहु अलैहि वसल्लम की तिजारत
जैसा की हम जानते है की नबी करीम सल्लालाहु अलैहि वसल्लम ने कभी झूट नही बोला था और आप तिजारत के मामले में भी कभी गलत नहीं थे इसलिए आप अरब में सच्चे इंसान के रूप में माने जाते थे।
फिर एक दिन खदीजा रजी अल्लाहु अन्हू ने आपको उनका माल की पेस्कस की आपको बता दे की खदीजा रजी अल्लाहु अन्हू कुरेश की एक इज्जत वाली मोहजत खातून थी और लोगो का अपना माल तिजारत के लिए दिया करती थी।
फिर जब आपको माल दिया किया तो आप तिजारत के लिए निकल गए फिर जब आपने खरीद फरोक की तो इतना मुनाफा हुआ जितना पहले कभी नही हुआ था।
खदीजा रजी अल्लाहु अन्हू पहली बीवी बनी
फिर जब आप मक्का वापस आए और खदीजा रजी अल्लाहु आपने मुनाफा दिया तो वो हैरत में पड़ गई की इतना मुनाफा मुझे कभी नही हुआ था।
फिर खदीजा रजी अल्लाहु ने सोचा की उनको उनकी मुराद मिल गई है तो उन्होंने अपनी सहेली के जरिए नबी करीम सल्लालाहु अलैहि वसल्लम को शादी का तोफा भेजा फिर उनकी शादी हो गई।
हालाकि आपको बता दे उस समय नबी सल्लालाहु अलैहि वसल्लम की उमर 25 साल थी और खदीजा रजी अल्लाहु की उमर 40 साल थी।
हालाकि आपको बता दे की खदीजा रजी अल्लाहु की शादी पहले अतीक बिन आइस से होई थी लेकिन उनका इंतकाल हो गया फिर अबू हाला तैमी से होई और उसे एक बचा भी हुआ फिर उसके बाद अबू हाला का भी इंतकाल हो गया।
फिर उसके बाद बड़े बड़े लोगो ने शादी का पैगाम भेजा लेकिन उसके बाद खदीजा राजी ना होई फिर काफी समय बाद आप से उनकी शादी हो गई।
और आपको बता दे की खदीजा रजी अल्लाहु नबी करीम सल्लालाहु अलैहि वसल्लम की पहले बीवी बनी और आपको बता दे की नबी सल्लालाहु अलैहि वसल्लम ने खदीजा रजी अल्लाहु के जीते जी किसी से शादी ना की ओर आपको औलाद भी उन्ही से होई।
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नबी सल्लालाहु अलैहि वसल्लम की औलाद
आपको बता दे की इब्राहिम को छोड़ कर बाकी जो भी बचे होए वो आपसे होए पहले कासिम पैदा होए फिर जैनब फिर रुक्या फिर उमेकुलसुम फिर फातिमा फिर अब्दुला यह सब आपकी औलाद थी।
हालाकि आपको बता दे की तमाम लड़के बचपन में ही इंतकाल कर गए और जो लाडिया थी वो आपके नबी बने के बाद इस्लाम भी लाई फिर हिजरत भी की ओर उसके बाद इंतकाल कर गई बस एक फातिमा ही आपके इंतकाल के 6 महीने बाद इंतकाल करी।
आपने कभी सिर्रक नही करा
हालाकि आपको बता दे की नबी करीम सल्लालाहु अलैहि वसल्लम ने कभी सिर्क नही किया था ना आप अरब वालो की ईद में जाते ना आप किसी भी मेले में जाते और ना ही कोई बुरे काम में सामिल होते थे और ना ही आप गेरूला के नाम का होश खाया करते थे।
मक्का के बूथ
हालाकि आपको बता दे की मक्का में 360 बूथ थे और हर कबीले खानदान का अलग अलग बूथ बना रखा था और यह तो जब कही जाते थे तो खजूर का ही बूथ बना लिया करते थे और जब भूख लगती तो उसको ही खा जाते थे।
जिन्ना आम था
और आपको बता दे की उस समय एक मर्द चाहता जितनी औरतों से शादी कर सकता था और औरत जितने मरदो से चाहती चोरी चुपके तालुक रखती थी और तो और बाप की बीवियां जो की सौतेली मां है उनसे भी शादी कर लिया करते थे।
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लड़की का हाल
और सबसे बुरा यह था की वहा सब लड़के की मन्नत मांगा करते तो और वहा अगर किसी के लड़की होती तो वो यह सोचते थे की कोई हमारा दामाद ना हो इस वजह से लड़कियों को जिंदा दफनाया जाता था और दफनाने पर अपने आप pe फकर महसूस करते थे।
और आपको बता दे की वहा चोटी चोटी बातो पर बड़ी बड़ी जंगे होया करती थी और हर कबीले में अपने अपने सरदार बना रखे थे।
वहा अरब में हर जगह सिर्रक आम हो गया था आग से मुराद करते जानवरो की इबादत करते इंसानों के आगे जुलते और चांद सितारों से मांगते और भी बहुत से सिर्रक किया करते थे।
Conclusion
हमने इस पोस्ट Seerat Un Nabi में जाना की नबी करीम सल्लालाहु अलैहि वसल्लम का अरब में क्या रुतबा था और क्या था अरब का हाल और आपकी बीवी कोन थी अगले पोस्ट में हम आपके लिए और बाते लायेंगे तब तक के लिए बाए।
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