Paise Hote Hoye Bhi Qarz Ada Na Kare – पैसे होते हुए भी कर्ज अदा न करे

Paise Hote Hoye Bhi Qarz Ada Na Kare – पैसे होते हुए भी कर्ज अदा न करे

बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम

शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान और रहम करने वाला है।

आज इस आर्टिकल में हम बात करने वाले है। Paise Hote Hoye Bhi Qarz Ada Na Kare तो उस शक्श पर क्या गुना है।

Paise Hote Hoye Bhi Qarz Ada Na Kare

नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया कोई शक्श कर्ज अदायगी पर ताकत रखने के बावजूद ताल मतोल करना जुल्म है।

नोट – पैसे ना देना जुल्म है और यह ऐसा जुल्म है की तुम अभी जानते नही हो। और अल्लाह ने इस जुल्म की सजा भी बताई है। और नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इस पर जोर भी डाला है।

(Sahih Bukhari 2400)

1. एक हदीस में आता है की कर्ज का गुना ऐसा है की तुम इसकी अदायगी के बिना जन्नत में ना जा सकोगे।

2. और यह इतना बड़ा गुना है की तुम चोर की हालत में अल्लाह से मिलोगे।

Qarz Wapis Na Karne Ki Saza

3. और अगर तुम कर्ज लेते हो और नियत नही है तो अल्लाह तुम्हे तबाह कर देगा।

Qarz Lene Ki Niyat

4. कर्ज ना देना तो शहादत वाले को भी माफ नही है तो तुम अपने आप को क्या समझ के बेटे हो।

Qarz Na Dena Kabira Gunna Hai Jo Sadat Wale Ka Bhi Maaf Na Hai

नोट – हमे चाहिए की हम कर्ज लेने से बचे हालाकि कर्ज लेना जायज है मगर किसी से कर्ज ले तो उसका कर्ज उतर दे और अगर जायदा हो तो घर वालो को बोल दे की अगर में नही उतर पाया तो आप उतर देना।

Conclusion

आज हमने Paise Hote Hoye Bhi Qarz Ada Na Kare उस शक्श के बारे में जाना अल्लाह ने हमे जब तंदुरुस्ती दी है तो हम कमाना चाहिए ना किसी पर बोझ बने।

अल्लाह हमे नेक अमल करने की तोफिक आता फरमाए आमीन।

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