बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रही
शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान और रहम करने वाला है।
Surah Falaq Surah Nas: Benefits, Tafseer & Importance in Islam (हिंदी में पूरी जानकारी)
Surah Falaq Surah Nas को 100 बार पढ़ने के इस्लामी और रुहानी फायदे जानें। जादू, बुरी नज़र, हसद और शैतानी असरात से बचने के लिए इनकी तिलावत क्यों जरूरी है? जानिए क़ुरआन और हदीस की रोशनी में।
1. इस्लाम में सूरह फलक सूरह नास का मक़ाम
क़ुरआन (القرآن) में सूरह फलक सूरह नास को “अल-मुअव्विज़तैन” (المعوذتين) कहा जाता है, यानी पनाह मांगने वाली दो सुरहें। ये दोनों सुरहें इंसान को हर किस्म की बुराई से हिफ़ाज़त देती हैं।
(सही बुखारी – 4439)
2. सूरह फलक सूरह नास पढ़ने के फायदे
1. सूरह फलक सूरह नास सुबह-शाम पढ़ने की फजीलत
“जो शख़्स सुबह और शाम इन दोनों सुरहों को तीन-तीन बार पढ़ेगा, अल्लाह तआला उसे हर बुरी चीज़ से हिफ़ाज़त अता फरमाएगा।”
2. सूरह इखलास सूरह फलक सूरह नास, बीमारी से शिफ़ा
आयशा रजी अल्लाहु अन्हू बयान करती है की जब आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम बीमार हो जाते तो आप Surah Iklas, Surah Nas, Surah Falaq, पड़ कर अपने अप्पर फूका करते थे। जब आपकी तकलीफ बड़ जाति तो में यह पड़ कर आपके मुबारक हाथ से आप पर दम करती यह उम्मीद से की इसमें सीफा है।
(अबू दाऊद – 3902)
3. नजरे बद का इलाज क्या है?
हजरत सल्लामा रजी अल्लाहु अन्हू बयान करती है की नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने उनके घर में एक लड़की देखी जिसके नजर बंद की वजह से चेहरे पर काले धब्बे पड़ गए थे। आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया की इस पर दम करा दो क्युकी इस पर नजर बंद लग गई है।
(सही बुखारी – 5749)
4. सफर में हिफ़ाज़त
हजरत अब्दुल्लाह बिन खुबैब रजी अल्लाहु अन्हू फरमाते है की एक रास्ते में में नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के साथ था। मुझे फिर कुछ खलवत महसूस होई तो में आपके करीब हो गया आपने फरमाया पड़ मैने कहा क्या पढू या रसुलुल्लाह फिर आपने फरमाया Surah Falaq Surah Nas पड़ने से अल्लाह की पनहा में आ जाते है।
(सुन्न निशाई – 5431)
5. बिच्छू अगर डंक मार दे
हजरत अली रजी अल्लाहु अन्हू फरमाते है की एक रात सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम नमाज पड़ रहे थे।नमाज के दौरान एक बिच्छू ने आपको डंक मार दिया।आपने उसको मार डाला फिर नमाज से फारिग होए और फरमाया अल्लाह बिच्छू पर लानत करे यह ना नमाजी को छोड़ता है ना गैर नमाजी को फिर पानी और नाका मंगवा कर एक बर्तन में डालते और मलते रहते और Surah Falaq, Surah Nas, पड़ कर उस जगह पर दम करते रहते। l
(बैहकी फी शोअबिल ईमान – 2471)
3. दम करने का तरीका
आयशा रजी अल्लाहु अन्हू बयान करती है की जब आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम बिस्तर में सोने जाते तो Surah Iklas, Surah Nas, Surah Falaq, पड़ कर हथेलियों पर फुक्कते फिर अपनी हथेलियों को अपने जिस्म पर फेरते पहले सर पर फिर मुंह पर फिर जहा तक हाथ जाता वहा तक ले जाया करते और यह अमल 3 मर्तबा करते थे।
(सही बुखारी – 5017)
4. सूरह फलक सूरह नास हिंदी में
सूरह फलक
1. सूरह फलक English में
“Qul Aoozu-Bi Rabbil-Falaq
Min-Sharri Ma Khalaq
Wa-Min-Sharri Gasiqin Iza Waqab
Wa-Min-Sharrin Naf-Fasati Fil Uqad
Wa-Min-Sharri Hasideen Iza Hasad”
2. सूरह फलक हिंदी में
“कुल अऊजु बिरब्बिल फलक
मिन शररि मा ख़लक़
वमिन शररि ग़ासिकिन इज़ा वकब
वमिन शररिन नफ़ फ़ासाति फ़िल उक़द
वमिन शररि हासिदिन इज़ा हसद”
3. सूरह फलक का तर्जुमा
“कहो में सुब के मालिक की पन्ना मांगता हूँ हर चीज की बुराई से जो उसने पैदा की और अँधेरी रात की बुराई से जब उसका अंधेरा छा जाये और गंडो पे फुक फुक के पढ़ने वालों की बुराई से और हसद करने वालों की बुराई से जब वो हसद करने लगे”
सूरह नास
1.सूरह नास English में
“QUL AOOZU BIRABBIN NAAS
MALIKIN NAAS
ILAHIN NAAS
MIN SHARRIL WASWASIL KHANNAS
ALLAZI YUWASWISU FI SUDOORIN NAAS
MINAL JINNATI WANNAS”
2. सूरह नास हिंदी में
“कुल अ ऊजु बिरब बिन नास
मलिकिन नास
इलाहिन नास
मिन शर रिल वसवासिल खन्नास
अल्लज़ी युवसविसु फी सुदूरिन नास
मिनल जिन्नति वन नास”
3. सूरह नास का तर्जुमा
“शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान रहम करने वाला है (हे नबी!) कहो कि मैं उसकी पनाह में आया जो सब लोगों का रब है।
सब लोगो का बादशाह।
सब लोगों का खुदा है।
बसबसे डालने वाले और छुप जाने वाले (राक्षस) की बुराई से।
जो लोगों के दिलो में बसबसे डालता रहता है।
जो जिन्नों में से है और मनुष्यों में से भी।”
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Question & Answer
Q.1 |
सूरह फलक हमें किससे बचाता है? | सुरहा फ़लक़ हमे हर तरह की बुराई से बचाता है |
Q.2 | सूरह फलक पढ़ने से क्या फायदा है? | सूरह फलक पढ़ने से हमें शिफा मिलती है और हम अल्लाह की पन्ना में आ जाते है |
Q.3 | सूरह नास और फलक कितनी बार पढ़ना है? | सूरह फ़लक़ और सूरह नास हमे 3 3 मर्तबा पढ़ना चाहिए |
Q.4 | सूरह फलक और सूरह नास का क्या फायदा है? | सुरहा फ़लक़ और सुरहा नास हमे हर वो चीज़ से महफूज़ रखती है जो नुकसान पोछती है |
Q.5 | बिच्छू के काटने की कौन सी दवा सबसे अच्छी है? | बिच्छू के काटने पर नमक में पानी मिला कर ज़ख़्म पे लगाये और लगाते वक़्त सुरहा फ़लक़ और सुरहा नास पड़े |
👉 Surah Falaq Surah Nas: अगर इन्हें 100 बार पढ़ा जाए, तो हिफ़ाज़त और बरकत कई गुना बढ़ जाती है।
5. सूरह फलक और सूरह नास पढ़ने का सही तरीका
✅ नियत: दिल से अल्लाह की पनाह की नीयत करें।
✅ समय: सुबह और शाम को पढ़ना अफ़ज़ल है, लेकिन किसी भी वक़्त पढ़ा जा सकता है।
✅ गिनती: 100 बार तस्बीह (تسبيح) पर गिनकर पढ़ें।
✅ ख़ुशू और ख़ुज़ू: मतलब समझकर और दिल से तिलावत करें।
नतीजा (Conclusion)
Surah Falaq Surah Nas(सूरह फलक सूरह नास) 100 बार पढ़ने से एक मुसलमान को दुनियावी और रूहानी फ़ायदे मिलते हैं। यह नबी-ए-करीम ﷺ की तालीमात का हिस्सा है और क़ुरआन की सबसे ताक़तवर सुरहें हैं। इन्हें रोज़ाना अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाइए और अल्लाह की रहमत, हिफ़ाज़त और बरकत हासिल कीजिए।
अल्लाह हमे नेक अमल करने की तोफिक आता फरमाए आमीन।
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