Surah Fatiha In Hindi : सूरह फातिहा हिंदी में

Surah Fatiha In Hindi – सूरह फातिहा हिंदी में

बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रही

शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान और रहम करने वाला है।

आज हम बात करेंगे Surah Fatiha In Hindi के बारे में की सूरह फातिहा क्या है और ये कब नाजिल हुई और इसके पड़ने के क्या फायदे है

Surah Fatiha In Hindi

Surah Fatiha In Arabic : सूरह फातिहा अरबी में

बिस्मिल्ला हिर्रहमा निर्रहीम

अल्हम्दुलिल्लाहि रब्बिल आलमीन

अर रहमा निर रहीम

मालिकि यौमिद्दीन

इय्याक न अबुटु व इय्याका नस्तईन

इहदिनस् सिरातल मुस्तक़ीम

सिरातल लज़ीना अन अमता अलय हिम

गैरिल मग़दूबी अलय हिम् वलद दालीन

Surah Fatiha In English : सूरह फातिहा इंग्लिश में

Bismilla Hirrahma Nir Raheem

Alhamdulillahi Rabbil Aalameen

Arrahmanir Raheem

Maliki Yaumiddeen

Iyyaka Nabudu Waiyyakanastain

Ihdinassiratal Mustaqeem

Siratallazina Anamta Alaihim

Ghairil Maghdubi Alaihim Waladdalleen

Surah Fatiha Ka Tarjuma : सूरह फातिहा का तर्जुमा

“शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम वाला है सब तारीफ अल्लाह ही के लिए साजावार है और सारे जहान का पालने वाला बड़ा मेहरबान रहम वाला है रोजे जजा का मालिक है या अल्लाह हम तेरी ही इबादत करते है और तुझ ही से मदद चाहते है तू हमको सिदी राह पर साबित कदम रख उनकी रह जिन पे तूने अपनी नेहमत आता की है ना उनकी राह जिन पर तेरा गजब ढाया गया और ना गुमराह की”

Surah Fatiha In Hindi

1. Surah Fatiha Kab Nazil Hui : सूरह फातिहा कब नाजिल हुई

सुरह फातिहा मक्का में नाजिल हुई और इसमें 7 आयतें है

नोट – कुछ उलेमा का कहना है की सुरह फातिहा मक्का में भी और मदीना में भी नाजिल हुई

2. Surah Fatiha Ki Fazilat : सूरह फातिहा की फजीलत

हदीस – अब्दुल्लाह बिन अब्बास रदी अल्लाहू अन्हु बयान करते है की एक दिन जिब्रिल अलैही सलाम नबी सल-अल्लाहू अलैही वसल्लम के पास बैठे हुए थे की एक बड़े ज़ोर की आवाज़ दरवाज़ा खुलने की सुनी और अपना सिर उठाया , तो जिब्रिल अलैही सलाम ने कहा की ये एक दरवाज़ा है आसमान का जो आज खुला है और उस से पहले कभी नही खुला फिर उस से एक फरिश्ता उतरा जिब्रिल अलैही सलाम ने कहा की ये फरिश्ता जो ज़मीन पर उतरा है वो आज से पहले कभी नही उतरा और फिर उसने कहा की खुशख़बरी हो आपको दो नूरों की जो आपको ईनायत हुए हैं और ये आपके सिवा किसी और नबी को नही मिले एक सुराह फातिहा है और दूसरी सुरह बक़रा की आखरी 2 आयतें , और जो भी हरफ़ तुम उसमें से पढ़ोगे तो उसकी माँगी हुई चीज़ तुम्हे ज़रूर मिलेगी

(सही मुस्लिम – 1877)

फायदे – मालूम हुआ की सूरह फातिहा और सुरह अल बकरा की आखिरी 2 आयत किसी नबी को ना दी गई है और ये वो नूर है जो जन्नत के दरवाजे से निकली है और उसको पड़ने वाले की दुआ कबूल की जाती है

हदीस – नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया सुरह फातिहा सबसे अफजल दुआ है

(जामिया त्रमधी 3383)

फायदे – जितनी भी दुआ आप नमाज में पड़ा करते हो या बाहर सोने में उठने में उन सब से अफजल दुआ सुरह फातिहा है

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3. Surah Fatiha Ke Bagair Namaz Nahi : सुरह फातिहा के बगैर नमाज नही

हदीस – नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया, की जिस ने सूरह फातिहा ना पढ़ी उसकी नमाज़ नहीं हुई ऐसा 3 बार फरमाया फिर अबू हुरैरा रजी अल्लाहु आन्हु से कहा गया की जब हम इमाम के पीछे हो तो उसे अपने जी में पद lo

(सही मुस्लिम – 395,878)

नोट – सूरह फातिहा को नमाज मे पढ़ना जरूरी है क्युकी बिना सूरह फातिहा के नमाज नहीं होती। इसीलिए हर मुसलमान को चाहिए की सूरह फातिहा को याद रखे।

4. Surah Fatiha Kab Padhna Chahiye : सूरह फातिहा कब पढ़ना चाहिए

अबू-सईद ख़ुदरी रजी अल्लाहु अन्हू से रिवायत की कुछ सहाबा किराम सफ़र में थे अरब के क़बीलों में से किसी क़बीले के सामने से उन का गुज़र हुआ। उन्होंने उन कबीले के लोगों से चाहा कि वो उन्हें अपना मेहमान बनाएँ। मगर उन्होंने मेहमान बनाने से इनकार कर दिया, फिर उन्होंने कहा : क्या तुम में कोई दम करने वाला है। क्योंकि क़ौम के सरदार को किसी चीज़ जानवर ने डस लिया है। या फिर उसे कोई बीमारी हो गई है। तो एक सहाबा किराम ने कहा : हाँ फिर वो उसके क़रीब आए और उसे सूरा फ़ातिहा से दम कर दिया। वो आदमी ठीक हो गया तो उस ( दम करने वाले) को बकरियों का एक रेवड़ (तीस बकरियाँ) पेश की गईं। उसने उन्हें (फ़ौरी तौर पर) क़बूल करने (काम में लाने) से इनकार कर दिया और कहा : रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को यह माजरा सुना दूँ। वो रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की ख़िदमत में हाज़िर हुआ और सारा माजरा आप को सुनाया और कहा मैंने सूरा फ़ातिहा के अलावा और कोई दम नहीं किया। आप मुस्कुराए और फ़रमाया : तुम्हें कैसे पता चला कि वो दम (भी) है? फिर उन्हें ले-लो और अपने साथ मेरा भी हिस्सा रखो।

(सही बुखारी – 5749)

फायदे – मालूम हुआ की जब कोई बीमारी या कोई जानवर काट ले तो सुरह फातिहा से दम कर सकते है

Conclusion

आज हमने इस आर्टिकल में जाना Surah Fatiha In Hindi के बारे में और जाना इसके पड़ने के क्या फायदे है अगर आपको यह पसंद आया तो अपने भाइयों के साथ शेयर करे।

अल्लाह हमे नेक अमल करने की तोफिक आता फरमाए आमीन।

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