Kisi Ko Kafir Bolna Kaisa Hai

बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रही

शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान और रहम करने वाला है।

आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे की Kisi Ko Kafir Bolna Kaisa Hai क्या किसी को काफिर बोलना इस्लाम में जायदा है।

Kisi Ko Kafir Bolna Kaisa Hai

Kisi Ko Kafir Bolna Kaisa Hai

Aaj Ki Hadees
Hadees In English

Nabi Sallallahu Alaihi Wasallam Ne Farmaya Jis Shakhs Ne Kisi Ko Kafir Kaha Halaki Vo Aisa Nahi Hai To Ye Ilzaam Usi Ki Taraf Lout Jata Hai Jisne Kaafir Kaha

Hadees In Hindi

नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया जिस शक्श ने किसी को काफिर कहा हालाकि वो ऐसा नहीं है तो ये इल्जाम उसी की तरफ लौट जाता है जिसने काफिर कहा।

नोट – मालूम हुआ की किसी को काफिर बोलना सही नही क्युकी क्या पता आगे जाकर वो ईमान ले आए इसलिए किसी को काफिर बोलने से नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने माना फरमाया है।

(Sahih Muslim – 217)

1. आज कल लोग कहते रहते है की गैर मुस्लिम काफिर है और इस ही कारण मीडिया भी इसका फायदा उठाती है हालाकि यह बाते सही नही है।

2. किसी को काफिर बोलने से पहले सोच लेना चाहिए की हम किया है और वो क्या है क्युकी कहर दोनो में होती है अल्लाह जब चाहता है जिसको हिदायत देता है।

3. अल्लाह रब्बुल आलमिन ने ही हर इंसान को पैदा किया है और वही फैसला करने वाला है हम नही वो जिसको चाहेगा काफिर कहे जिसको चाहे हिदायत दे इसलिए ही कुरान में अल्लाह ने काफिर उसी की कहा है जो ईमान ना लाए।

Conclusion

आज हमने इस आर्टिकल में जाना की Kisi Ko Kafir Bolna Kaisa Hai और अगर तुम किसी को बोलोगे तो तुम भी हो सकते हो।

अल्लाह हमे दिन को समझने और नेक अमल करने की तोफिक आता फरमाए आमीन।

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