Masjid Me Dakhil Hone Ki Dua : मस्जिद में जाने की दुआ

बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रही

शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान और रहम करने वाला है।

आज हम जानेंगे Masjid Me Dakhil Hone Ki Dua किया है। जो नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की सुन्नत से साबित है।

नोट – मस्जिद में जब दाखिल हो तो सबसे पहले दाए पैर को रखना चाहिए।

Masjid Me Dakhil Hone Ki Dua

Masjid Me Dakhil Hone Ki Dua

English

Allahumma Aftahil Abwaba RahMatika

Hindi

अल्लाहुम्मा अफ्ताहिल अबवाबा राहमतिका।

Masjid Me Dakhil Hone Ka Tarjuma

English

Ya Allah Mere Liye Apni Rehmat Ke Darwaze Khol De

Hindi

या अल्लाह मेरे लिए अपनी रहमत के दरवाजे खोल दे।

अल्लाह हमे दुआ को पड़ने और समझने की तोफिक आता फरमाए आमीन।

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1. आज के मुसलमानों को यह हालत है की अगर आप किसी से पूछोगे की मस्जिद में आने जाने की दुआ बताओ तो वो कहेगा मुझे नहीं आती जब की एक एक लाइन की दुआ है जिसको याद करना भी मुस्किल नही है।

2. अगर आप इस दुआ का तर्जुमा देखे तो आप खुद सोचो की यह दुआ करने से अल्लाह रब्बुल आलमिन हमारे लिए जन्नत के दरवाजे को खोल देता है।

3. हमे चाहिए की हम चोटी चोटी दुआओ को याद किया करे ताकि हम नेकी कमा सके और यह दुआ पड़ने का फायदा हासिल कर सके।

4. अल्लाह रब्बुल आलमिन ने हमे यह दुआ इसलिए आता फरमाई है ताकि हम अमल करने वाले बन जाए।

5. इसी तरह मस्जिद से बाहर निकलने की दुआ आप इस आर्टिकल में देख सकते है और पड़ सकते है।

Masjid Se Nikalne Ki Dua : मस्जिद से बाहर निकलने की दुआ

Conclusion

आज हमने इस आर्टिकल में जाना Masjid Me Dakhil Hone Ki Dua के बारे में जो सही हदीस से साबित है।

अल्लाह हमे नेक अमल करने की तोफिक आता फरमाए आमीन।

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